Mount Sharp - मंगल ग्रह की प्रमुख चोटी क्या है?

Mount Sharp, जिसे भारतीय पाठकों के लिये "शार्प पहाड़ी" भी कहा जाता है, मार्स (मंगल) के गैलेले क्रेटर के मध्य में स्थित है। इसे आधिकारिक तौर पर "Aeolis Mons" कहा जाता है, पर आम बोलचाल में Mount Sharp ही सबसे ज़्यादा सुना जाता है। इस चोटी की ऊँचाई लगभग 5.5 किलोमीटर है, यानी धरती की एवरस्ट से भी ऊँची।

यह चोटी सिर्फ ऊँची नहीं, बल्कि वैज्ञानिकों के लिये एक खजाना भी है। इसकी सतह पर परत दर परत जमा ढलाई देखी गई है, जो धूल, पत्थर, और संभवतः पानी की निशानियों से बनी है। इन परतों को पढ़कर हमें मंगल के पिछले जलवायु और हवा के बारे में कई संकेत मिलते हैं।

Mount Sharp के प्रमुख तथ्य

पहला तथ्य: Mount Sharp का नाम नासा के मार्स रॉवर क्यूरियोसिटी की मिशन टीम ने रखा था, ताकि मिशन के मुख्य वैज्ञानिक जेम्स शार्प को सम्मानित किया जा सके। दूसरा तथ्य: इस पहाड़ी के चारों ओर कई छोटे घाटी और धुंधले क्षेत्रों की विशेषता है, जो जल के बहाव की ओर इशारा करते हैं। तीसरा तथ्य: उच्च रिज़ॉल्यूशन इमेज़ से पता चलता है कि यहाँ पर कभी छोटे-छोटे तरल बहाव के निशान थे, संभवतः बर्फीली नदियों के।

चौथा तथ्य: Mount Sharp पर कई विभिन्न प्रकार के रॉक सैंपल मिले हैं, जिनमें क्ले और सिलिका के मिश्रण हैं। इन सैंपलों ने बताया कि पहले इस क्षेत्र में पानी मौजूद था, लेकिन अब यह सूखा पृष्ठभूमि बन चुका है। पांचवाँ तथ्य: नासा के रोवर ने यहाँ पर हज़ारों फोटो खींचे हैं, जिससे वैज्ञानिकों को भूगोल और रसायन विज्ञान का गहरा अध्ययन करने का मौका मिला।

Mount Sharp पर नासा के प्रमुख मिशन

नासा का सबसे बड़ा कदम क्यूरियोसिटी रोवर मिशन था, जिसने 2012 में मंगल पर उतर कर Mount Sharp की ओर बढ़ना शुरू किया। रोवर ने पहले क्रेटर के किनारे से डेटा एकत्र किया और फिर धीरे‑धीरे इस चोटी के ऊपरी हिस्से तक पहुँचा।

रोवर की प्रमुख कार्यवाही में रॉक ड्रिलिंग, रासायनिक विश्लेषण, और हाई‑रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग शामिल थी। इन कार्यों से वैज्ञानिकों को यह समझ में आया कि मंगल पर जीवन के संभावित संकेत कहाँ मौजूद हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, क्ले में मौजूद कार्बोहाइड्रेट संकेत कर सकते हैं कि कभी यहाँ पर सूक्ष्म जीव रह सकते थे।

क्यूरियोसिटी के अलावा, पहले के रोवर – स्पिरिट और ऑपर्च्युनिटी – ने भी Mount Sharp के आसपास के क्षेत्रों की खोज की थी। उनके द्वारा छोड़ी गई पहेली‑समान तस्वीरें आज भी वैज्ञानिकों को नई दिशा देती हैं।

अगर आप अभी तक Mount Sharp की नवीनतम तस्वीरें देखना चाहते हैं, तो नासा की आधिकारिक वेबसाइट पर रोज़ अपडेट्स मिलते हैं। इन तस्वीरों में अक्सर नई टेक्सचर और छिपी हुई संरचनाएँ दिखती हैं, जिन्हें देखकर वैज्ञानिक उत्साहित होते हैं।

Mount Sharp की भविष्य की योजनाओं में एक नया रोवर – पर्सिवर – शामिल है, जो अभी विकास चरण में है। पर्सिवर का लक्ष्य है कि वह गहरी सतह में ड्रिल करके वहाँ के बायो‑सिग्नेचर को पहचान सके। यदि इस मिशन में सफलता मिलती है, तो मंगल पर जीवन के सवाल का उत्तर करीब आ जाएगा।

सारांश में, Mount Sharp सिर्फ एक पहाड़ी नहीं, बल्कि मंगल की इतिहास को पढ़ने का एक ‘किताब’ है। यहाँ पर मिलने वाले रॉक्स, धूल, और जलवायु संकेत हमें ग्रह के अतीत, वर्तमान, और भविष्य के बारे में बतलाते हैं। अगर आप स्पेस में रुचि रखते हैं, तो Mount Sharp का अनुसंधान देखना बिलकुल अनिवार्य है।

इस टैग पेज पर आप Mount Sharp से जुड़ी सभी नई खबरें, रोवर के अपडेट, और ताज़ा तस्वीरें पा सकते हैं। यहाँ की जानकारी सरल भाषा में लिखी गई है, ताकि हर कोई आसानी से समझ सके। तो पढ़ते रहें, और मंगल की इस अद्भुत चोटी के बारे में और जानने के लिए हमारे अगले लेख का इंतजार करें।

मंगल पर शुद्ध सल्फर क्रिस्टल: क्यूरियोसिटी रोवर की 'गलती' से चौंकाने वाली खोज

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नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मई 2024 में मंगल पर पहली बार शुद्ध सल्फर के चमकीले पीले क्रिस्टल खोजे। यह खोज एक पत्थर पर पहिया चढ़ने से हुई, जो फटते ही क्रिस्टल दिखा गया। जेडिज़ वैलिस चैनल में मिली यह खोज वैज्ञानिकों के लिए बड़ा रहस्य है क्योंकि आसपास ज्वालामुखी या हाइड्रोथर्मल गतिविधि के संकेत नहीं हैं। एपीएक्सएस विश्लेषण से शुद्ध सल्फर की पुष्टि हुई।