Curiosity Rover क्या है और यह क्यों खास है?

अगर आप अंतरिक्ष से जुड़े समाचार पढ़ते हैं तो Curiosity Rover का नाम अनजान नहीं रहेगा। यह NASA का एक रोबोटिक वाहन है, जो 2011 में लाँच होकर 2012 में मंगल ग्रह की सतह पर उतरा। इसका मुख्य काम मंगल की भूविज्ञान, जल के निशान और जीवन के संकेत ढूँढ़ना था।

Curiosity की प्रमुख उपलब्धियाँ

पहली बार जब Curiosity ने मंगल पर पैर रखे, तो उसकी कैमरों ने रॉक सैंपल्स की तस्वीरें लीं। फिर उसने ‘ड्रिलिंग’ करके मिट्टी के अंदर से सैंपल निकाला और लैब में विश्लेषण किया। इस काम से पता चला कि मार्स पर पहले कभी पानी बहता था और वहाँ जीवन के लिए जरूरी रसायन मौजूद थे। इसके अलावा, रोवर ने कई बार अपने एटमॉस्फेरिक सेंसर से हवा की रचना मापी, जिससे वैज्ञानिकों को भविष्य की मिशनों के लिए उपयोगी डेटा मिला।

अभी Curiosity कहाँ है और आप कैसे फॉलो कर सकते हैं?

आज Curiosity अभी भी मंगल के ‘गैलेली क्रीक’ नामक इलाके में घूम रहा है। हर दिन उसका ड्राइविंग लॉग और नई तस्वीरें NASA की वेबसाइट पर अपडेट होती हैं। अगर आप फ़ोन या कंप्यूटर से इसको फॉलो करना चाहते हैं, तो NASA के ‘Mars Rover Dashboard’ या ‘Curiosity Rover Live’ पेज पर जा सकते हैं। वहाँ आप रोवर की स्थिति, तापमान, ऊर्जा स्तर और सबसे नया विज्ञान परिणाम देख सकते हैं।

Curiosity ने अब तक 25 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय की है, और अभी भी कई रोचक प्रयोग कर रहा है। उसका पावर सोर्स, रेडियोआइसोटोप ‘मैडियम‑232’, आज तक काफी काम कर रहा है, लेकिन इसे जल्दी बदलना पड़ेगा। इसलिए NASA अगले कदम में एक नया रोवर, ‘Perseverance’, भेज रहा है, जो Curiosity की थ्रेटी को आगे बढ़ाएगा।

आपको Curiosity की खबरें पढ़ते समय ये ध्यान रखें कि हर नई खोज का मतलब है धरती पर विज्ञान का नया मोड़। चाहे आप छात्र हों, वैज्ञानिक हों या बस अंतरिक्ष में रुचि रखते हों, Curiosity के अपडेट्स आपके ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। बस एक क्लिक और आप मंगल की सतह पर चल रहे रोबोट को देख सकते हैं, उसी तरह जैसे आप अपने फोन पर न्यूज़ देखते हैं।

तो अगर आप चाहते हैं कि आपका विज्ञान का सफर रोज़ नई दास्तान लेकर आए, तो Curiosity Rover की यात्रा को फ़ॉलो करें और इस अद्भुत मिशन की हर छोटी‑बड़ी खबर को अपनी पढ़ी‑लिखी सूची में जोड़ें। भारतीय न्यूज़ नेटवर्क पर हम हर बड़ी अंतरिक्ष खबर को आपके सामने लाते रहेंगे।

मंगल पर शुद्ध सल्फर क्रिस्टल: क्यूरियोसिटी रोवर की 'गलती' से चौंकाने वाली खोज

मंगल पर शुद्ध सल्फर क्रिस्टल: क्यूरियोसिटी रोवर की 'गलती' से चौंकाने वाली खोज

नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मई 2024 में मंगल पर पहली बार शुद्ध सल्फर के चमकीले पीले क्रिस्टल खोजे। यह खोज एक पत्थर पर पहिया चढ़ने से हुई, जो फटते ही क्रिस्टल दिखा गया। जेडिज़ वैलिस चैनल में मिली यह खोज वैज्ञानिकों के लिए बड़ा रहस्य है क्योंकि आसपास ज्वालामुखी या हाइड्रोथर्मल गतिविधि के संकेत नहीं हैं। एपीएक्सएस विश्लेषण से शुद्ध सल्फर की पुष्टि हुई।