देश भर में कोरोना महामारी का आतंक है ।इससे लड़ने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा साफ-सफाई पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने की बात कही जा रही है ।लेकिन इसे धता बताते हुए बीच सड़कों पर मेडिकल से जुड़ी गंदगी और अन्य तरह की गंदी चीजों को फेंका जा रहा है ।इन तस्वीरों को को देख कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे ।
कोरोना को लेकर स्वच्छता और साफ-सफाई के महत्व के साथ ही,इसके ऊपर सबसे ज्यादा ध्यान देने की बात कही जाती है ।जगह-जगह पर संक्रमण को रोके जाने के लिए सैनेटाइजेसन किये जा रहे हैं ।लेकिन तमाम कोशिशों के बीच, मुजफ्फरपुर जिले के निजी नर्सिंग होम, अब खुद संक्रमण फैलाने की तैयारियों में जुटे दिख रहे हैं ।उत्तर बिहार के सबसे बड़े मेडिकल हब के रूप में प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर के जुरन छपरा स्थित नर्सिंग होम के द्वारा खुद अपने संस्थान में संक्रमण को रोके जाने के लिए प्रयोग किये हुए पीपीई किट, मास्क और ग्लब्स को खुलेआम ही अब सड़को पर फेंक दिया जाता है जिससे यहाँ आने जाने-वाले लोगों में संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है । जिले में कोविड 19 के अभीतक 30 मामले सामने आ चुके हैं ।एक ओर इस क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान भी,प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में मरीजों और उनके परिजनों का आना जारी है ।उसके बाद भी सड़कों पर हर जगह धड़ल्ले से फेंके गए पीपीई कीट,मास्क और ग्लब्स समेत अन्य अस्पताल के बायो कचरे को सड़कों पर फेंक दिया जाता है । निजी अस्पतालों की यह बड़ी लापरवाही,स्थानीय लोगों के लिये खतरे का सबब बना हुआ है ।जाहिर तौर पर स्थानीय लोग और इधर से गुजरे वाले सभी लोग काफी भयाक्रांत हैं ।गौरतलब है कि निजी अस्पतालों को नियमानुसार इन सभी बायो कचरे को डिसपोज करना होता है लेकिन सारे अस्पताल इन नियमों की बलि चढ़ाते हुए,लोगों के लिये बड़ा खतरा साबित हो रहे हैं ।
दूसरी ओर जिले के स्वास्थ्य विभाग के सबसे बड़े अधिकारी सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह,जिन पर इन सारे निजी अस्पतालों की निगरानी की जवाबदेही है,वे भी इन अस्पतालों की लापरवाही तो स्वीकारते हैं लेकिन इस लापरवाही पर,बड़ी करवाई का आश्वासन देकर,अपना पल्ला झाड़ते दिखते हैं ।वे कहते हैं कि ऐसा करना बेहद गलत है और इसके लिए कारवाई के प्रावधान है ।
एक ओर समाज के हर वर्ग का दायित्व बनता है कि इस महामारी के दौर में वे कंधे से कंधा मिला कर एक-दूसरे का साथ दें ।वहीं, निजी डॉक्टर और निजी नर्सिंग होम का ये रवैया,इस महामारी के समय लोगों को जागरूक करने की जगह,खुद इस महामारी को हवा देने में जुटे हुए हैं ।इस लापरवाही और बदमिजाजी को क्या नाम दें ?