दिल्ली : पिछले डेढ़ महीने से भारत और चीन के बीच तनातनी चल रही है ।भारत की ओर से सडक निर्माण कार्य के कारण चीनी सैनिक बड़ी संख्या में यहां आये और बातचीत के ज़रिये विवाद को शांति से ख़त्म करने की कोशिश की गई लेकिन अचानक 15 जून सोमवार की रात लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प हो गयी ।कहा जा रहा है कि दोनों ओर से सैनिक हताहत हुए हैं । जानकारी के मुताबिक, इस झड़प मे अधिकारी कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं । लेकिन सैनिकों के मुताबिक अभी संख्या का कोई ठोस पता नहीं है ।लेकिन सेना की तरफ से आये आधिकारिक बयान में एक अधिकारी सहित 20 सैनिकों की शहादत की पुष्टि हो चुकी है ।इनमें से पांच जवान बिहार के हैं । कहा जा रहा है कि दोनों ओर से जम कर पत्थरबाजी हुई थी । भारतीय सैनिकों ने हमेशा अपनी जान का बलिदान देकर देश की रक्षा की है । 1975 के बाद पहली बार भारतीय चीनी सीमा पर ऐसी झड़प देखने को मिली है ।इस झड़प मे अलग-अलग रेजिमेंट के भारतीय सैनिक शामिल थे ।
रेजिमेंट के अनुसार शहीद सैनिकों की संख्या
1) 16 बिहार रेजिमेंट से : 12 सैनिक सैनिक शहीद हुए ।
2) पंजाब रेजिमेंट से : 3 सैनिक शहीद हुए ।
3) मेडियम रेजिमेंट से : 2 सैनिक शहीद हुए ।
4) 12 बिहार रेजिमेंट से : 1 सैनिक शहीद हुए ।
5) 81 माउन्ट बिग्रेड सिंग्नल कंपनी : 1 सैनिक शहीद हुए ।
6) 81 फील्ड रेजिमेंट : 1 सैनिक शहीद हुए ।
जवानों की शहादत पर क्या बोले पीएम मोदी ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में चीन से विवाद पर पहली बार बयान दिया है ।पीएम मोदी ने कहा है कि जिन जवानों की शहादत हुई है, वो व्यर्थ नहीं जाएगी ।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व करना चाहिए, वे मारते-मारते मरे हैं ।पीएम मोदी ने ये भी कहा कि ‘त्याग और तपस्या’ हमारे चरित्र का हिस्सा है । पराक्रम और वीरता भी हमारे चरित्र का हिस्सा है । देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता।। इसमें किसी को भी भ्रम नहीं होना चाहिए । भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है और हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं ।पीएम मोदी ने कहा कि हमने हमेशा से अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर काम किया है ।हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है । जहां कहीं मतभेद भी रहे हैं, हमने हमेशा ये प्रयास किया है कि मतभेद विवाद ना बने ।हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं । लेकिन अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं ।जब भी समय आया है हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है और अपनी क्षमताओं को साबित किया है ।
सीमा पर अब भी तनाव का माहौल
झड़प के बाद अब भी सीमा पर, तनाव का माहौल जारी है । हालांकि पीएम मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है । साथ की कुछ जानकारियाँ भी दी है कि भारत चीन के खिलाफ आर्थिक फैसलों पर कड़े कदम उठा सकता है ।साथ ही चीनी प्रोजेक्ट को लेकर भी कड़ाई हो सकती है ।प्रोजेक्ट रद्द किया जा सकता है, जिसमे चीनी कम्पनियों ने करार हासिल की है ।
सृष्टि श्रीवास्तव