बिहार के पटना की रहने वाली बेहद कमसिन और छुईमुई सी दिखने वाली शिखा नरूला आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। कच्ची उम्र में ही शिखा विविध शास्वत और मौलिक कर्मों की प्रयोगशाला बन गयी हैं। शिखा नरूला एमबीए और एम.कॉम की डिग्री हासिल कर के अभी, नरूलाज एंड कंपनी की निदेशिका, प्रमाणित योग प्रशिक्षक और फिटनेस विशेषज्ञ हैं । शिखा नरूला को इवेंट मैनेजमेंट, रियल एस्टेट, एजुकेशन, रिक्रूटमेंट, टीचिंग,हॉस्पिटल्स, सभी आरओसी और इनकम टैक्स से संबंधित मामलों, मैनपावर सप्लाई, ब्रांडिंग और प्रमोशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बहुत बड़ा अनुभव है और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में महारत हासिल है । उनमें एक अलग विशिष्टता यह भी है कि वह मशरूम की खेती में भी शामिल हैं । उन्हें योग, विभिन्य आसनों, प्राणायाम और ध्यान का गहरा ज्ञान है । शिखा से हमारी लंबी बातचीत उनके पटना स्थित निजी आवास पर हुई ।बातचीत के दौरान हम उनके उन सारी खासियतों से दो-चार हुए, जो भारतीय नारी के लिए सबसे अनमोल गहने और आभूषण होते हैं । नारी महात्म्य को उकेरने वाली एक कम उम्र की ज्ञान वर्षा से हम लगातार खुद को भिंगोते रहे । वह योग का अभ्यास करने के लिए भावुक हो उठती हैं और कहती हैं कि योग को उन्होंने अपने पूरे जीवन काल के लिए चुना है । उनके समर्पण और उनके शक्तिशाली प्रयोग ने, उन्हें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बदल दिया है ।
वह एक सुव्यवस्थित, प्रेरित और उत्साही लड़की हैं । कुशल और सटीक कार्य को बढ़ावा देना, इनके व्यक्तित्व में शामिल है । बेहद खास बात यह है कि शिखा अपने अनुभव कौशल, जिम्मेदारी की उच्च भावना और गंभीर कार्यशैली की वजह से आज, सर्वोत्कृष्ट उद्यमी में से एक हैं । उनकी ध्वनि वित्तीय और लेखा पृष्ठभूमि के साथ युग्मित कारोबारी माहौल को समझने की उनकी क्षमता ने उन्हें विभिन्न गतिविधियों में विशेषज्ञ होने के लिए,बाखूबी सक्षम किया है । शिखा नरूला योगा के जरिये लोगों को फिट बनाने के लिये जागरूक कर रही हैं । कोरोना वायरस के खतरे को रोकने के लिए भारत में 17 मई तक लॉकडाउन किया गया है ।
शिखा नरूला ने कहा कि आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में जब आदमी घर में बैठ जाए और लॉकडाउन हो जाए, तो अनेक तरह से उनको मानसिक और शारीरिक दिक्कतें आती हैं । तनाव अलग से होता है । उसको दूर करने के लिए योग करना आवश्यक होता है । योग करने से फिटनेस बनी रहती है और मानसिक तनाव से, बेहद गहराई से बचाव होता है । शिखा ने कहा कि कोरोना से जंग लड़ने के लिए बने स्लोगन “घर में रहें स्वस्थ रहें” । आज का यही सूत्र है । देश में लॉकडाउन के चलते जिम और फिटनेस सेंटर, पार्क आदि बंद होने से, लोग फिटनेस वर्क आउट नहीं कर पा रहे हैं । उन्होंने बताया कि घर पर रह कर भी, कुछ शारीरिक व्यायाम और योगा एक्टिविटी कर के भी लोग अपने और अपने परिवार के सदस्यों को फिट रख सकते हैं । उन्होंने कहा कि योग एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए खुद को निरोग बनाए रखा जा सकता है ।
योग आसन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार के कई फायदे हैं । इनके जरिए हम अपने शरीर को स्वस्थ और सुंदर बनाये रख सकते हैं । शिखा नरूला ने बताया कि वह खुद योगा के जरिये अपने दिन की शुरुआत करती हैं । उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है । तीनों के स्वस्थ रहने से आप स्वयं को स्वस्थ महसूस करते हैं । योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जाता है बल्कि इसे अपनाकर कई शारीरिक और मानसिक तकलीफों को भी दूर किया जा सकता है । योग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर, जीवन में नव-ऊर्जा का संचार होता है । योगा शरीर को शक्तिशाली एवं लचीला बनाए रखता है । साथ ही, तनाव से भी छुटकारा दिलाता है, जो रोजमर्रा की जि़न्दगी के लिए आवश्यक है । योग, आसन और मुद्राएं तन और मन दोनों को क्रियाशील बनाए रखती हैं ।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जब हम घर से बाहर जाकर वर्क आउट नहीं कर सकते हैं, तो घर में योगा करना श्रेष्ठतम विकल्प है । ऐसा करने से स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है । शिखा ने कहा कि आप किसी भी श्रेणी के कर्मकार हों लेकिन जबतक आपका तन और मन सहित मष्तिष्क स्वस्थ नहीं रहेंगे, आपके कर्म में शिल्प और ऊर्जावान ओज का अभाव रहेगा । जीवन को शैलीबद्ध और सलीकेदार जामा के लिए, योगा को अपनाना, आज के उहापोह, झांझावत और मकड़जाल में उलझी जिंदगी के बीच, बेहद जरूरी है । योगा को धर्म, कर्म और कर्तव्य बनाने की जरूरत है । इतनी कम उम्र में शिखा के ज्ञान फलक से हुए साक्षात्कार के हम सिद्दत से मुरीद हुए हैं । आज के आधुनिक दौर में इतनी ऊँची हैसियत वाली लड़की, मूल्यों के जीवन की सारथी और समृद्ध संस्कारों की जीवंत प्रयोगशाला है ।