पटना (बिहार) : पटना में बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह एवं पुलिस मुख्यालय से ए.डी.जी जितेन्द्र कुमार ने मीडियाकर्मियों को कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी । सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर लगातार कार्यवाई की जा रही है । इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधियों, नगर निकाय के प्रतिनिधियों, जीविका दीदी एवं सरकारी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया । सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि अनलॉक वन में लोगों की गतिविधियां बढ़ी हैं, ऐसे में लोगों का जागरुक रहना बेहद जरुरी है । लोगों को जागरुक कर स्वास्थ्य विभाग के सलाह का पालन करेने के लिए प्रेरित करना अहम है । मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों एवं अन्य हितधारकों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने ,मास्क पहनने, संक्रमण के किसी लक्षण को नहीं छुपाने को लेकर अपने- अपने क्षेत्र में लोगों को जागरुक करने की अपील की । लोग घबराएं नहीं, कोरोना से लोग ठीक हो रहे हैं । मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की है कि वलनेरेवल सेक्शन यानी 65 साल से अधिक, 10 वर्ष से कम उम्र के लोग, गर्भवती महिलाएं या किसी अन्य बीमीरियों से ग्रस्त लोगों पर विशेष ध्यान रखने की जरुरत है, क्योंकि इनमें संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है । सूचना सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किसी को मजबूरी में रोजगार के लिए बाहर ना जाना पड़े, सबको यहीं रोजगार दिया जाएगा । रोजगार मुहैया करना सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है । सभी विभाग इसका अनुश्रवण कर रहे हैं ।
लॉकडाउन के समय से अब तक 4 करोड़ 61 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है । सूचना सचिव ने कहा कि आज तक कोरोना संक्रमण के समय में जो कार्य किए गए, जैसे राशन कार्डधारी परिवारों को 1000 रुपए की सहायता राशि, चिन्हित गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों को 1000 रुपये की सहायता राशि, बिहार के बाहर फंसे प्रत्येक व्यक्ति को 1000 रुपये की सहायता एवं अन्य जो कार्य किए गए हैं, उनमें कुल मिलाकर अभी तक 8538 करोड़ 62 लाख रुपये व्यय हो चुके हैं । इसके अलावा किसानों के लिए कृषि इनपुट अनुदान के तौर पर 730 करोड़ की राशि एवं स्वास्थ्य विभाग को कोरोना उन्मूलन कोष में 180 करोड़ प्रावधानित की जा चुकी है । क्वारंटाईन सेंटर में 14 दिनों के लिए रहने वाले लोगों का खर्च राज्य सरकार उठा रही है । क्वारंटाईन सेंटर में रहने वाले औसत प्रति व्यक्ति व्यय 5300 रुपये का हो रहा है । सूचना सचिव ने कहा कि फिलहाल 37 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जिसका लाभ 5 हजार 5 सौ लोग उठा रहे हैं । अभी 11 हजार 1 सौ 67 ब्लाक क्वारंटाईन सेंटर में 4 लाख 29 हजार 1 सौ 74 लोग आवासित हैं । अब तक ब्लाक क्वारंटाईन सेंटर में कुल 14 लाख 67 हजार 56 लोग रहे, इनमें से 10 लाख 37 हजार 8 सौ 82 लोगों के क्वारंटाईन पीरियड पूरा होने के बाद डिस्चार्ज किये जा चुके हैं ।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जानकारी देते हुए एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि गृह मंत्रालय के गाइडलाईन्स का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है , इसके उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 03 एफआरआई दर्ज किए गए हैं, 02 गिरफ्तारियां हुई हैं । वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 84729 जाँच किए जा चुके हैं, जिनमें से 4273 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं । यानि कुल जाँच के 5 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं । पिछले 24 घंटे में कोरोना के 224 नए मामले सामने आए हैं और 222 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं । अब तक कुल 2025 लोग कोरोना से स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं कोरोना से रिकवरी रेट 47 फीसदी है । 3 मई के बाद आए प्रवासियों के सैंपल जॉंच किए गए जिनमें 3079 पॉजिटिव पाए गए ।
मुकेश कुमार सिंह