कोरोना मंदी के बीच गरीबों को खाद्यान देने के मुद्दे पर केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्री आमने सामने आ जा रहे हैं लेकिन पूर्वी चम्पारण में अधिकारी और कालाबाजारियों की मिलीभगत का खेल जारी है । मोतिहारी नगर के मोतीझील से दर्जनों पारिवारिक राशन कार्ड को स्थानीय लोगों ने बरामद किया है । हमारे द्वारा इस मामले कोडीएम के संज्ञान में देने के बाद अधिकारी और कालाबाजारियों में खलबली सी मच गयी है । मोतिहारी सदर अनुमंडल के विभिन्न गांवों में आपूर्ति अधिकारी और कालाबाजारी की मिली भगत से ट्रैगिंग के खेल के मामले सामने आ रहे थे । इसी बीच मोतिहारी नगर के वार्ड नम्बर 38 के कार्डघारी परिवारों के करीब 61 राशन कार्ड को स्थानीय लोगों ने मोतीझील में तैरते हुए देखा । लोगों ने किसी तरह कार्डों को बाहर निकाला, तो लोगों के होश उड गये । उनके ही परिवार के नाम पर दो-दो कार्ड बने हैं और सभी पर खाद्यान उठाव भी अंकित किया गया है । किसी राशन कार्ड में पति के नाम, तो किसी में पत्नी के नाम बदले गये हैं । लोग आश्चर्यचकित हैं।कि ऐसा भी खेल होता है । खाद्यान आपूर्ति से संबंधित मामलों में अधिकारियों से विश्वास उठने की बात करते हुए स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना मीडिया को दी ।जिसके बाद इसे सूचना कोडीएम तक पहूंचाया गया । डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने तत्काल अनुमंडल पदाधिकारी को जांच करने के आदेश दिए हैं । साथ ही कहा कि रिपोर्ट आने के बाद संबंधित लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी । पूर्वी चम्पारण जिला में आपूर्ति अधिकारी और कालाबाजारियों की मिलीभगत से चल रहे टैगिंग के खेल को हमने पहले भी उजागर किया था । जिसके बाद ग्रामीणों को थोड़ी राहत जरूर मिली थी ।लेकिन ऐसे माफियों की पकड़ काफी मजबूत बतायी जाती है,जिससे अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर पाते हैं । इस मामले में कितनी बड़ी कार्रवाई होगी, यह तो समय ही बतायेगा ।लेकिन हमें लगता है कि इस खेल को किसी जादुई तरीके खेलकर,मामले की लीपा-पोती कर दी जाएगी ।
मुकेश कुमार सिंह