पटना (बिहार) : बिहार के किशनगंज के एसपी कुमार आशीष, छोटे से बड़े किसानों के द्वारा सड़क पर मक्के की फसल को सुखाये जाने को, सड़क हादसे के लिए बहुत हद तक जिम्मेवार मानते हैं ।कुमार आशीष ने हमसे हुई खास बातचीत के दौरान बताया कि आप सभी को ये मालूम है कि पिछले कुछ दिनों से जिले में लगातार सड़क दुर्घटनायें हुई हैं जिसमें काफी जान-माल की क्षति भी हुई है। ये एक्सीडेंट प्राय: दो कारण से हो रहे हैं । पहला कारण तो यह है कि वाहन चलाने वाले बिना कंट्रोल के वाहन चला रहे हैं । ज्यादातर अल्पव्यस्क और बच्चे गाड़ी ड्राइव करने के शौक और जूनून में रहते हैं। उनके अभिभावक और घर के बुजुर्ग उन्हें सही सलाह नहीं देते हैं । ये सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना कर, हाई स्पीड में गाड़ी चलाते हैं। ऐसे बच्चे हेलमेट नहीं पहनते हैं, उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होते हैं। गाड़ी के गियर,क्लच और ब्रेक की रेगुलर जांच नहीं होती है, जिसका नतीजा एक्सीडेंट होता है। ऐसे हादसों के बहुत ही दुखद परिणाम सामने आते हैं।
दूसरा बड़ा कारण यह है कि लगातार सड़कों पर, मक्के को सुखाने या स्टोर करने के लिए रोड का अतिक्रमण कर लिया जाता है। सड़क पर अत्यंत छोटी जगह वाहनों के आवागमन के लिए छोड़ी जाती है। बड़ी बात यह है कि मक्के पर गाड़ी के टायर भी अमूमन, ज्यादा स्किड करते हैं और फिसल कर एक्सीडेंट होने की संभावना ज्यादा हो जाती है। जैसा कि 8 जून की सुबह हलामाला पंचायत के पास वाली सड़क पर हुआ। ऐसी कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ पिछले कुछ दिनों में हो चुकी हैं, जिसमें कई इंसानी जानें जा चुकी हैं। अगर आम जनमानस, दोनों कारणों को ठीक से समझें, तो इस तरह की जानलेवा दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। लेकिन ज्यादातर लोगों की नासमझी और जिद की वजह से घटनाएं घट रही हैं, जिसमें कई घरों के चिराग असमय बुझ रहे हैं। यही नहीं, उन्हें आर्थिक और सामाजिक क्षति भी हो रही है। कुमार आशीष ने कहा कि पुलिस- प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित कर के, अब कठोर कदम उठाएगी। वाहनों की रेगुलर जाँच, विभिन्न चौक-चौराहों पर होगी और नए मोटरवाहन अधिनियम के तहत जुर्माना भी काटा जायेगा, जिसमें कम से कम 1000 रुपये का जुर्माना होगा । सभी अभिभावक और बुजुर्गों से उनका आग्रह है कि वे अपने बच्चों पर कड़ी निगाह रखें। वैसे भी, कोरोना महामारी का खतरा अब और ज्यादा बढ़ चुका है। इस सूरत में बिना वाजिब कारण और सभी कागजात और बिना हेलमेट के किसी को बाहर ना निकलने दें। ये आप के अपने हित के लिए है । वर्ना, बाद में आर्थिक क्षति के साथ जान-माल का भी नुकसान उन्हीं का होगा। कुमार आशीष ने बेहद साफ लहजे में कहा कि जिसका एक्सीडेंट होगा, उसका लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया जायेगा ।
अभी सीमांचल में मक्का का सीजन है। किसान इस समय मक्का सुखाते हैं। यह सही है कि, इसमें ज्यादातर गरीब किसान ही होते हैं, जिनके पास मक्का सुखाने के लिए पक्की जगह नहीं होती है और ना ही प्लास्टिक या तिरपाल जैसा ही कुछ होता है। लेकिन फिर भी ये ध्यान दें कि सड़क पर ऐसे काम ना करें । यह सोची-समझी लापरवाही है, जिसे बन्द करना होगा । आपका फायदा, किसी की जान से बढ़कर तो, बिल्कुल भी नहीं हो सकता है। ऐसी दुर्घटनाएं गाँव, घर और समाज को देखकर नहीं होती है। इसलिए सडकों पर मक्का बिछा कर अतिक्रमण करनेवाले सावधान हो जाएँ। पुलिस और प्रशासन ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेगा। अतिक्रमण की वजह से अगर कहीं दुर्घटना हुई तो सम्बंधित मक्का सुखाने वाले पर एफआईआर होगा और वे जेल भी जायेंगे। बिहार पुलिस अधिनियम के तहत उनका चालान बना कर एसडीओ के कोर्ट में भेजा जायेगा। मोटे तौर पर, जुर्माने के साथ उनके जेल जाने का भी प्रावधान है। सभी थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारी ये सुनिश्चित करेंगे कि उनके एरिया में, सडकों पर इस तरह का अतिक्रमण बिल्कुल ना हो। यदि कोई ऐसा करता है, तो उसपर कानूनी प्रावधानों के तहत, सख्त-से सख्त कारवाई करेंगे ।इस समस्या से सभी जिलेवासी परेशान हैं। जिले के सभी मुखिया,सरपंच,वार्ड पार्षद, समाजसेवी बंधु और सभी सुधिजनों से अपील है कि वे इस अभियान में, पुलिस का भरपूर सहयोग करेंगे। वे आम जनता को जागरूक भी करेंगे, ताकि ऐसी अप्रिय स्थिति, उत्पन्न ही ना हो सके।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह