25 नवंबर से झारखंड में ठंड बढ़ेगी, 29 नवंबर से बारिश की संभावना
नव॰, 24 2025
25 नवंबर 2025 से झारखंड का मौसम अचानक बदलने वाला है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र और भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, पिछले कुछ दिनों की गर्मी के बाद अब तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। ये बदलाव सिर्फ एक सामान्य सीजनल शिफ्ट नहीं — ये एक ठंडी हवाओं की लहर है, जो उत्तर-पश्चिम से आ रही है और देश के कई हिस्सों में इस साल पहली बार नवंबर में ही ठंड का असली रौद्र रूप दिखा रही है। लोगों को अचानक ठंड का सामना करना पड़ सकता है, खासकर बच्चे और बुजुर्ग।
ठंड का आगमन: कहाँ और कैसे?
रांची, हजारीबाग और रामगढ़ जैसे शहरों में अधिकतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। ये आंकड़े बहुत ज्यादा नहीं लगते, लेकिन जब आप याद करें कि पिछले हफ्ते रात का तापमान 18-20 डिग्री तक रहा था, तो 10 डिग्री का फर्क बड़ा है। ये गिरावट सिर्फ एक दिन की नहीं — ये लगातार तीन दिनों तक रहेगी।
उत्तरी-पूर्वी जिलों धनबाद, देवघर, गिरिडीह और दुमका में तो तापमान में 4-6 डिग्री की कमी की उम्मीद है। ये इलाके पहले से ही गर्मी के दिनों में तापमान नीचे रहने की आदत रखते हैं, लेकिन अब ये ठंड और भी तेज हो जाएगी। गांवों में तो लोग अपने घरों में गर्मी के लिए लकड़ी के अंगीठी जलाने लगेंगे — जिससे धुएं की मात्रा भी बढ़ेगी।
बारिश की चेतावनी: बंगाल की खाड़ी से आ रहा खतरा
लेकिन ये सब अभी शुरुआत है। 29 नवंबर 2025 से झारखंड में बारिश की संभावना है। कारण? बंगाल की खाड़ी और कन्याकुमारी के पास बन रहे गहरे निम्न दबाव क्षेत्र। ये दोनों व्यवस्थाएं अभी निम्न दबाव हैं, लेकिन अगले 72 घंटों में वे चक्रवातीय तूफान में बदल सकती हैं। ये तूफान तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर पहुंचेंगे, लेकिन उनकी नमी और हवाएं झारखंड की ओर खिसकेंगी।
इसका असर देखने को मिलेगा: 27 और 28 नवंबर को सुबह हल्की धुंध और दिन में छिटपुट बादल दिखेंगे। बारिश नहीं होगी, लेकिन हवा में नमी बढ़ेगी। और फिर 29 नवंबर को — अचानक — बादल घने हो जाएंगे। मौसम विभाग के अनुसार, इस बारिश का असर झारखंड के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में सबसे ज्यादा होगा।
क्यों ये बदलाव असामान्य है?
नवंबर के आखिरी हफ्ते में बारिश की उम्मीद आमतौर पर नहीं होती। ये मौसम अक्टूबर के अंत तक रहता है। लेकिन इस साल, भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में गहरे निम्न दबाव के बनने की पहले से ही चेतावनी दी है। ये एक ऐसा पैटर्न है जो पिछले 10 सालों में केवल दो बार देखा गया है — 2017 और 2021। दोनों बार झारखंड में अचानक बारिश हुई थी, जिससे फसलों को नुकसान हुआ था।
इस बार एआई मॉडल्स ने भी यही भविष्यवाणी की है। ये तकनीकी आधारित भविष्यवाणियां अब इतनी सटीक हो गई हैं कि वे अक्सर मौसम विभाग के पारंपरिक अनुमानों से आगे निकल जाती हैं। जब एआई और IMD दोनों एक ही बात कह रहे हों, तो ये एक चेतावनी है।
क्या करें? लोगों के लिए जरूरी सलाह
मौसम विभाग ने खासकर बच्चों, बुजुर्गों और दिल के मरीजों को चेतावनी दी है। सुबह 6 बजे से 9 बजे तक और शाम 5 बजे से 8 बजे तक बाहर निकलने से पहले गर्म कपड़े जरूर पहनें। घरों में गर्मी के लिए कोयला या लकड़ी के अंगीठी जलाने से बचें — धुएं से बच्चों की सांसों को नुकसान पहुंच सकता है।
रांची में सूर्योदय 06:46 बजे और सूर्यास्त 17:41 बजे होगा। ये दिन कम हो रहे हैं। इसलिए अगर आप बाहर निकल रहे हैं, तो दिन के अंतिम घंटों में भी गर्मी का ख्याल रखें।
देश भर में ठंड का फैलाव
झारखंड अकेला नहीं है। कश्मीर घाटी में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे गिर चुका है। जयपुर में न्यूनतम 12 डिग्री, भोपाल में 15 डिग्री और श्रीनगर में -1 डिग्री का अनुमान है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी तापमान तेजी से गिर रहा है। ये सब एक ही वायुमंडलीय पैटर्न का हिस्सा है — उत्तरी हिमालय के पार बने ठंडे दबाव का भारत की ओर धकेलना।
इसके साथ ही एयर पॉल्यूशन का स्तर भी बढ़ रहा है। रात का तापमान गिरने से हवा स्थिर हो जाती है, और धुएं और धूल जमीन के पास फंस जाती है। रांची और हजारीबाग में PM2.5 का स्तर 150 से ऊपर जा चुका है — जो अस्वस्थ लोगों के लिए खतरनाक है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
25 नवंबर को झारखंड में बारिश होगी?
25 नवंबर को झारखंड में बारिश की संभावना नहीं है। इस दिन तापमान में गिरावट आएगी, और रातों को ठंड बढ़ेगी। बारिश की उम्मीद 29 नवंबर से है, जब बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी झारखंड की ओर बढ़ेगी।
क्या बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर निकलना चाहिए?
बच्चों और बुजुर्गों को सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर जरूरत हो, तो गर्म कपड़े, स्कार्फ और टोपी जरूर पहनें। ठंड के कारण सांस लेने में दिक्कत और सर्दी-खांसी के मामले बढ़ जाते हैं।
29 नवंबर की बारिश कितनी तेज होगी?
बारिश हल्की से मध्यम होने की संभावना है। ये भारी बारिश नहीं होगी, लेकिन लगातार 12-24 घंटे तक चल सकती है। खेतों में जमीन गीली हो जाएगी, और शहरों में सड़कों पर पानी जमा हो सकता है।
क्या ये बदलाव जलवायु परिवर्तन का हिस्सा है?
हां। नवंबर में बारिश और अचानक ठंड का आना अब आम बात नहीं रहा। पिछले 20 सालों में ऐसे मौसमी विचलन तीन गुना बढ़ गए हैं। ये जलवायु परिवर्तन के प्रभाव हैं — जिनका असर हिमालय के पार के हवाओं और बंगाल की खाड़ी के तापमान पर पड़ रहा है।
क्या रांची में कोहरा भी बढ़ेगा?
हां। रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे जाने पर कोहरा बनने की संभावना बढ़ जाती है। रांची, हजारीबाग और गुमला में सुबह के समय दृश्यता 500-700 मीटर तक गिर सकती है। ड्राइवर्स को धीमी गति से चलना चाहिए और हेडलाइट्स जलानी चाहिए।
क्या ये बारिश फसलों के लिए अच्छी होगी?
हां, लेकिन सिर्फ अगर बारिश हल्की रहे। अगर ये लगातार 24 घंटे तक चलेगी, तो बाजार में बेचने के लिए तैयार बाजरा और चना की फसल नुकसान का शिकार हो सकती है। खेतों में पानी जमा होने से जड़ें खराब हो सकती हैं।